में तो हुं एक खुली किताब के जैसा,
ना तो मेरा कोई भेद है;
पढना हो तो पढ लीजिये मुझको,
इसमें नहीं पढने वेद है;
रखता हुं मिजाज रंगीन में अपना,
फर्ज में कोलर सफेद है;
दिल में बसा कर रखता हुं अपने,
नहीं रखता जो अवैध है;
अच्छा लगे तो सराहना दोस्तों,
हर टिप्पणी यहां वैध है;
बाकी, जीसे जो समजना है समजे,
इस बात का ना कोई #खेद है;
#खेद