शिक्षक ही होते हैं
जो ज्ञान हमें सिखाते हैं
जीवन पथ पर चलना है कैसे
ये हमको बतलाते हैं
राह बहुत हैं
पर सही कौन सी
ये हमको समझाते है
बिना गिरे हम आगे बढ़े
ऐसी राह दिखाते हैं
बच्चे अनगढ़ कच्ची माटी
शिक्षक कुम्हार बन जाते हैं
सधे हुए हाथों से वो
सुंदर पात्र बनाते हैं
कभी प्यार से ,कभी डांट से
सही राह बढाते हैं
शिक्षक ही होते हैं वो
जो देकर अपना सर्वस्त्र ज्ञान
मार्ग हमारा प्रशस्त कर जाते हैं