#ATकरिश्मेकाइंतज़ार
आज भी है इन आंखों को _गीता_
उस करिश्में का इंतजार जो...
माधव मधुरीसी मोरली से मन मोह लिया करते है,
मूंह में मिट्टी खाकर भी इकरार नहीं किया करते हैं,
अलबत मूंह में ब्रह्मांड दिखाया करते हैं,
जग वालों को अपनी चाल में फंसाया करते हैं,
कभी विश्व रूप दिखाया करते हैं,
लोगों को अपने पीछे भगाया करते हैं,
कभी शांति की बात तो कभी शंख बजाया करते हैं,
उनके दर्शन का इन आंखों को इंतजार आज भी है,
उस करिश्में का इन्तजार आज भी है।
✍️...© drdhbhatt..