जीवन के हर मोड़ पर हमें धोका, फरेब और रुसवाईयां मिली ।

फिर भी नए मोड़ नए लोगों के मिलने पर हम मुस्कुरा देते हैं ।

फेयरबियों का शहर है साहब, हम अकेले बंद कमरे में रो देते हैं।।

#काnha

-Kanha.SK

Hindi Shayri by Kanha.SK : 111557769

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