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🪔शुभ संध्या शुभ रात्रि सुविचार सत्य वचन ब्रह्मदत्त🪔
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कर्म कर्म का फैसला करता है और धर्म धर्म का फैसला करता है लेकिन यह दिल है जो कर्म और धर्म दोनों का फैसला करता है... ब्रह्मदत्त
कौन से "कपड़े" पहनूं....
जिससे मै अच्छा लगूं...
ये तो हम हर रोज सोचते हैं..
पर कौन सा "कर्म" करुं...
जिससे मै भगवान को अच्छा लगूं..
ये कोई कभी भी नही सोचता..
✏ "तन की खूबसूरती एक भ्रम है..!
सबसे खूबसूरत आपकी "वाणी" है..!
चाहे तो दिल "जीत" ले.
चाहे तो दिल "चीर" दे"!
इन्सान सब कुछ कॉपी कर सकता है..!
लेकिन किस्मत और नसीब नही..!
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🌞 शुभ संध्या वंदन 🌞
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ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़
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