इक नई सहर , एक नया मकाम देदे ,
ओ महोबत जीने का, एक बहाना देदे;
तुट जाये भेदभरम की , सारी दिवारे ,
साँस विश्वास दिल में, रूहाना भर दे;
मिले रंगे नूर, आयना ए दिल गजब का
जिंदगी जीनेका , पैगाम सुहाना देदे;
हसरतों के खुले द्वार , हसीन चहेरों पर,
मुस्काराते फूलों जैसा, हसीन बहाना देदे;
धुल जाये सारे , रंज़ ओ गम़ के साये भी ,
रोशन दिल हो, सुनहरी शहर में सहारा देदे;