याद कर तुझको आज भी
आंखे नम होती हैं
याद में तेरी ,मेरी पलकों को
आज भी भिगोती हैं
जब याद आते हैं वो
प्यार भरे पल
दिल भर आता है
आंखें बंद होती हैं
सीने में दबे हुए अहसासों का
कतरा- कतरा बाहर आ जाता है
बहते हुए अश्कों को
छुपाना पड़ता है
रो रहा हो दिल चाहे
पर मुस्कुराना पड़ता है
किया है तुमसे सच्चा इश्क
इसे ऐसे ही निभाना पड़ता है।।।
-Sakhi