#पूछताछ
ना पूछ मतलब दोस्ती का,
कैसे करू ब्या ये अहेसास दिल का?

जिसकी रब को भी होती प्यास,
जहां है बिना मतलब कि है आस।

दो हस्ती मिट के बनती एक हस्ती,
वहीं लेती हैं जन्म दोस्ती ।
Mahek parwani

Hindi Poem by Mahek Parwani : 111529418

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