Quotes by Chirag Vora in Bitesapp read free

Chirag Vora

Chirag Vora

@chiragvora055249
(156)

चलो... रुठ जाते हैं एक दूसरे से..
के मुमकिन वैसे भी हमारा मिलना इस जहाँ में नहीं..

कौन ये खबर उड़ा रहा है दिसंबर गम देता है
हमारा तो मिलकर बिछड़ना भी जनवरी में था l 💔🩶

हम ने काटी हैं तिरी याद में रातें अक्सर
दिल से गुज़री हैं सितारों की बरातें अक्सर

और तो कौन है जो मुझ को तसल्ली देता
हाथ रख देती हैं दिल पर तिरी बातें अक्सर

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इतना भी क्यों घमंड करता है,
तू भी तो ढेर राख का होगा।

कितना बेईमान" है ये दिल...."धडक रहा" मेरे लिए तड़प रहा तेरे लिए...❤️

तकलीफ़ देने के बाद,जताई गई हमदर्दी और
नजरअंदाज करने के बाद,
दी गई अहमियत
कोई मायने नहीं रखती..!!

खुद हैरान हूँ मैं अपने सब्र का पैमाना देख कर
तूने याद भी ना किया और मैंने इंतज़ार नहीं छोड़ा

जिस रोज़ तुम चले गए थे उस रोज़ के बाद से ,

हर रात कोशिश करता हूं कि ! तुम सच में चले जाओ...❤️🌻

प्रेम कितना सहमा होता है
है न!

तुम्हे न पाने से कहीं ज्यादा
डर रहा हूँ मैं
तुम्हे पाकर खो देने से। ❤️

एक उम्र के बाद लड़कों से खैरियत कौन पूछता हैं ,

कोई नौकरी का पूछता है कोई सैलरी का पूछता है...❤️🌻