Quotes by Chirag Vora in Bitesapp read free

Chirag Vora

Chirag Vora

@chiragvora055249
(156)

जब मैं मर जाऊं तो मेरी कहानी लिखना ..
कैसे हुई बरबाद ये जवानी लिखना..

लिखना की मेरे होंठ ख़ुशी को तरस्ते थे..
कैसे निकला मेरी आँखों से पानी लिखना..

लिखना की फिर वो भी मेरी होना चाहती थी..
फिर मेरी आँखों की रवानी लिखना..

लिखना कि मैंने मरते वक़्त भी उसके लिए दुआ की..
कफ़न से बाहर मेरे हाथों की रवानी लिखना..🫀🩶✨🌻

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पुरुष जाति की सबसे कठोर अंग है उसकी आँखें..
जो शमशान से बिना रोये लौट आती है किंतु प्रेमिकाओं के विरह में बह पड़ती है !!🖤✨🌻

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मोहब्बत का महल कहा दोबारा बना
तुम सुहागन बनी और में शराबी बना..l 🩶💔

હાથમાં કારોબાર રાખ્યો તેં,
ને મને બારોબાર રાખ્યો તેં.
એક ડગ છૂટથી ભરી ન શકું,
ખીણની ધારોધાર રાખ્યો તેં.
કોણ છું કોઈ દિ’ કળી ન શકું,
ભેદ પણ ભારોભાર રાખ્યો તેં.
આંખમાં દઇ નિરાંતનું સપનું,
દોડતો મારોમાર રાખ્યો તેં.
શ્વાસ સાથે જ ઉચ્છવાસ દીધા,
મોતની હારોહાર રાખ્યો તેં.

- મનોજ ખંડેરીયા

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मसला ये नहीं कि मुहब्बत हो गई

मसला तो ये हैं कि बेशुमार हो गई...

“दुनिया को बचे रहने के लिए ज़रूरी है कि बारिश जैसी लड़कियों को प्रेम हो जाए रेगिस्तान सरीखे लड़कों से"

"जिनका ज़िक्र फिर केवल बातों में ही रह जाता है.
उनसे और एक बार मिलने की इच्छा हमेशा बची रहती है"

! जा मुर्सद उस से पूछ किमत दीदार की
वो अगर जान भी मांगे तो सौदा पक्का कर आना!

"प्रेम करो.. इसलिए नहीं कि प्रेम करना ज़रूरी है इसलिए कि प्रेम में होना ज़रूरी है।"

“जीवन से तुम्हारा चले जाना,
माँ के चले जाने जितना दुःख झेला है मैंने”