हा तुम थे वहां जब मुझे हसना था
तुम थे वहां जब किसी से लड़ना था
हा तुम थे वहां जब जमाने ने ठुकराया था
तुम थे वहां जब अपनों का व्यवहार पराया था
हा तुम थे वहां जब इकरार प्यार का करना था
तुम थे वहां जब टूटा दिल जोड़ना था
तुम थे वहां जब किसी के कंधे की जरूरत थी
हा तुम थे वहां जब किसी अपने की हसरत थी
तुम थे तो वक्त भी सुनहरा था
तुम ही तो हो जिससे नाता इतना गहरा था
तुम थे तो अकेले भी महेफिल सजती थी
तुम नहीं तो महिफिल में भी खामोशी बजती थीं
बीते तेरे संग जो लम्हे वो बेशक यादगार है
मेरी जिंदगी में खुशियां लाने वाले मेरे दोस्त
तेरे लिए ये दिल हमेशा शुक्रगुजार है
दोस्ती तेरी सिर्फ साथ रहेने का जरिया है
बाकी तु ही मेरे अपनेपन का दरिया है
....✍️ dipu