वफा ए इश्क किया हमने
है वो बेवफा ये केहता रहा जमाना,
किया खुद को फना इश्क में हमने कसूर हमारा ही तो है।
साथ जिसके ज़िन्दगी गुजारनी थी, हाथ थाम कर साथ चलना था,
गर रास्ता बदल लिया उन्होंने कसूर हमारा ही तो है।
काबिल नहीं वो हमारे ये कहते रहे सभी,
पर काबिल खुदको उसके ना बना सके कसूर हमारा ही तो है।
-pandya Rimple
@shabdo_ni_suvas_