#आज की प्रतियोगिता "
# विषय .लाभ "
# कविता ***
तेरे कजरारी आँखों के ,
दीदार का लाभ लेनें दें ।
तेरे हुस्न के जलवों को ,
देखने का लाभ लेनें दें ।।
तेरे खिलते यौवन को ,
महकने का लाभ लेनें दें ।
तेरी जुल्फों तले बैठने ,
का लाभ लेनें दें ।।
तेरे कोयल से कंठ को सुनने का ,
लाभ लेनें दें ।
तेरे दिल को अपना बनाने ,
का लाभ लेनें दें ।।
बृजमोहन रणा ,कश्यप ,कवि , अमदाबाद ,गुजरात ।