बरसात
बादल का यू गरजना,
किसी बीते लम्हे की याद दिलाता है।
दिल का यू धड़कना,
किसी मज़ेदार बात पर हँसाता है।
इंतजार जिस बारिश का,
जल की भांति किसी और ही ओर खींच लेजाता है।
तुम्हारी याद में ओ हमसफ़र,
ये कविता किसी यादगार पल को सामने ले आता है।
- अनुष्का प्रसाद