#ઉત્સાહી
इतना उत्साह बढ़ गया कि,
कली उत्साही बनकर खिल गईं,
सँवरे देखा तो बन गया फूल,
वो फूल तो आनंद, उमँग में आके नाचने लगे।
कुछ कुछ फूल तो माला में पिरोने के लिए सज हुए।
कुछ फूल भगवान के मंदिर में दर्शन करने के लिए।
जो भगवान के दर्शन करने के गए वो तो धन्य हो गए।
ओर धन्य होकर उसका उत्साह इतना बढ़ गया कि,
भगवान के पैर छूने लगे। पैर छूते छूते कहने लगे कि हे प्रभु तेरी कृपा अपरंपार है।
तभी तो उसका जीवन सफल हो गया।
🥀उत्साही मन हो ओर उत्साह अच्छी दिशा में किया हो, तो सब कुछ अच्छा ही हो सकता है।🥀