तेरी आवाज,
सुनने को दिल हे बेताब;
एकबार तो देदे,
तुम मेरी बात का जवाब;
करलेंगे बैठ कर,
अपने प्यार का हिसाब;
कुछ तुम कहो कुछ में कहुं,
खोल देंगे दिल की किताब;
समज लेंगे,
एकदुजे के दिल के जज्बात;
कर देंगे इस मुलाकात को,
मीलकर हम दोनों लाजलाब;
...✍️वि. मो. सोलंकी "विएम"