अब तुम कुछ बोल कर मुस्कुरा दो
मैं तुम्हें सुनकर गुनगुना दू
कुछ तुम अपने दिल की सुनो
कुछ मैं अपने दिल की सुना दू
तुम आ जाओ मैं ख्वाब सजा लू
कुछ देर तुम रुको तो सही
तुम से बातें कर के
मैं वक़्त से कुछ वक़्त चुरा लू
बहुत कुछ कहना है तुम से
तुम सुनो मैं कुछ सुना दू
कुछ भूल भी जाओ अगर तुम
मैं सब तुम को याद करा दू
तुम से ही अब सारी खुशियां
उन खुशियो को छिपा लू
भूल कर सारे ग़म मैं
तुम में अपनी दुनिया बसा लू