Prem_222:
सचमे घर की धरोहर होते हैं पापा,
कोई माने या ना माने,
घर के कुबेर होते ही पापा,
सचमे घर की धरोहर होते हैं पापा,
सबसे अधिकतम भार घर का,
अपने कंधे पे उठाते है पापा,
सचमे घर की धरोहर होते हैं पापा,
कोई भी दुख दर्द छुपाते है,
ना अपने घर पे आने देते हैं पापा,
सचमे घर की धरोहर होते हैं पापा,
रो लेती है माँ दिल हल्का करने को,
कभी आंसू बहाते नहीं देखे हैं पापा,
सचमे घर की धरोहर होते हैं पापा,
सन्तान कैसी भी तूफानी हों,
सबकुछ सम्भाल लेते हैं पापा,
सचमे घर की धरोहर होते हैं पापा,
गरीबी मे भी कोई कमी नई आई,
आमदनी से गुजारा कर लेते हैं पापा,
सचमे घर की धरोहर होते हैं पापा,
बुढ़ापा मे सहारा बने या ना बने लड़का,
किसीको फ़रियाद नई करते हैं पापा,
सचमे घर की धरोहर होते हैं पापा,
माँ डाँट देती है बच्चों को किसी भी गलती पे,
ऑफिस से आके सबकुछ समजा लेते हैं पापा,
सचमे घर की धरोहर होते हैं पापा,
#अधिकतम