शानदार कविता ..
विषय .अश्क ..
अश्कों से दामन ,भीगो गया कोई ।
झुठे अरमान दिल में ,संजो गया कोई ।।
फिर आज मेरे दर ,से रोता गया कोई ।
दिल में अरमान ,लिए आया कोई ।।
दिल को मासूम कर ,के चल दिया कोई ।
ख्वाब में आने का ,वादा कर गया कोई ।।
रह रह कर दिल ,को सता गया कोई ।
अपना सुदंर सा दीदार ,करा गया कोई ।।
एक नजर में दिल ,दीवाना कर गया कोई ।
जिदंगी भर के अश्क ,दे गया कोई ।।
आने का वादा कर ,दिल को रुला गया कोई ।
कहता बृजेश भोली सूरत बता कर ,दिल ले गया कोई ।।
बृजमोहन रणा ,कश्यप ,कवि ,अमदाबाद ,गुजरात ।