एक सपना जो पला आंखों में,वो अधूरा रह गया
कोशिश तो की तूने भी
और मैंने भी मिलने की
पर ये हो न सका पूरा
ये सपना अधूरा रह गया
देखे थे कई ख्वाब
तूने और मैंनें मिलकर
जब मिलेगें तो एक शाम
अरमानों की सजायेंगे
जितनी बातें हैं इस दिल में
सब एक -दूसरे को बतायेंगे
कुछ ख्वाब जो देखे
एक - दूजे के लिए
कुछ पलों के लिए ही सही
वो सच कर जाएंगे
स्वप्न लोक में करेंगे विचरण
आनंद गीत गाएंगे
भूलकर सारी दुनिया
एक - दूजे में खो जाएंगे
पर तुम आ न सके मिलने
ये अफसोस रह गया
एक सपना जो पला आंखों में,वो अधूरा रह गया