मैं तेरा अंश, तेरा ही साया हूँ.
तेरा वजूद से इस दुनिया में आया हूँ,
तु मेरा मैं तेरा एहसास हूं,
तु आवाज़ तो दे माँ, मैं बिल्कुल तेरे पास हूं |
जि चाहता है फ़िर बच्चा बन कर तुझसे लिपट जाऊँ,
तेरा अाँचल की छावं में सिमट जाऊ
खुद से ज़्यादा मुझेमे मैं तुझको पाऊं,
काश मैं बिल्कुल तेरा जैसा बन पाऊं |
ये प्यारीसी कविता लिखी है... ekaavish ने..
thank you...ekaavish..