ख्वाबों मे यू क्यु आते हो
क्यु अरमाँ जगा जाते हो
जाने ना कूछ दिल बेजुबाँ
रिश्तों का सारा भरम
टूटा तेरे है करम
फिर लौट कर क्यु आ रही है सदा
जाने ना कूछ दिल बेजुबाँ
वादों का कारवाँ
लेके चलना यँहा
बस की अब बात नहीं
जाने सारा जँहा
कब कौनसी कसम
तोड़े जँहा मे दम
कोई ना जाने किसकी कैसी है अदा
जाने ना कूछ दिल बेजुबाँ
Sagar...✍️