साथ साथ चलने का वादा किया था कभी;
आज एक कदम साथ चलने को तैयार नहीं,
आँखों में आंखे डालकर घंटो बिताते थे कभी ;
आज हमसे नज़रे मिलाने को तैयार नहीं,
रखते थे हमें अपने दिल में कभी;
खता क्या हो गई ऐसी हमसे की,
आज बात तक करने को तैयार नहीं.
- DB Note✍️
#रखना