# आज की प्रतियोगिता "
# विषय .शूरवीर "
# विधा .कविता **
शूरवीर नाम ,कर जाते ।
सबके दिलों में ,बस जाते ।।
आँखों के तारे ,पल में बन जाते ।
परोपकार कर ,इतिहास लिख जाते ।।
जीवन दुसरों ,केलिए महकाते ।
रात दिन मेहनत ,कर स्वस्थ बनाते ।।
पल में शत्रु को ,भगा देते ।
दुश्मनों के ,छक्के छुडा देते ।।
कोई असम्भव कार्य ,नहीं रहने देते ।
पल में दुःखियों ,को हरषाते ।।
ईश्वर की तरह ,प्राण बचाते।
जग में अमर ,पल में हो जाते ।।
बृजमोहन रणा ,कश्यप ,कवि ,अमदाबाद ,गुजरात ।
सभी डाक्टर ,नर्सो के लिए मेरी कविता समर्पित ।