#kavyostav2
ज़िन्दगी
लगती हैं तू एक बहती नदी सी,
जिसके बहाब के साथ बेहना चाहूं मै भी
हर बुरे वक़्त में मै तुझे कोसता आया ,
लेकिन हर तूफान में तूने मुझे किनारे लगाया
हर किसी ने मेरी कब्लियत पर सवाल उठाया,
तूने ही तो मुझे तूफानों से लड़ कर जीना सिखाया
मेरी हार पर हर किसी ने मेरा मज़ाक उड़ाया,
तूने ही तो मुझसे उस दरिया को पार कारया
हर पल मैंने तेरी रफ्तार पर सवाल उठाया,
क्यों तुझे दुनियां की तरह मै भी समझ ना पाया ज़िन्दगी
- डिंपल कुमार