# आज की प्रतियोगिता "
# विषय .शिकार "
# विधा .कविता ***
दुनिया में शिकार ,सब होते ।
कोई नैनो का ,शिकार होता ।।
तो दिल एक ,पल में दे बैठता ।
कोई रुप का ,शिकार होता ।
तो मन मोहित ,कर बैठता ।।
कोई गुण का ,शिकार होता ।
तो उसके यशगान ,ही करता ।।
कोई धन का ,शिकार होता ।
तो पापाचार कर ,धन शामिल करता ।।
कोई वाणी का ,शिकार होता ।
तो सुदंर गीत ,रच डालता ।।
दुनिया में ,शिकारी बहुत है ।
हर कोई अपने फन ,से शिकार करता ।।
बृजमोहन रणा ,कश्यप ,कवि ,अमदाबाद ।