# आज की प्रतियोगिता "
# विषय .दिल **
*** कविता ***
दिल बड़ा ,नाजुक है ।
दिल बड़ा ,शरारती है ।।
दिल किसी पर ,आ जाता है ।
दिल किसी का ,कहना मानता नहीं है ।।
दिल की उड़ान ,बहुत ऊँची है यारों ।
दिल सुदंरता ,का पुजारी है ।।
दिल प्यार ,बहुत चाहता है ।
दिल प्यार पर ,लुट जाना चाहता है ।।
दिल कजरारी आँखों ,से धायल होता है ।
दिल रोता और ,हंसता भी है ।।
दिल खुशियों में ,मोर की तरह नाचता है ।
दिल दुःख में ,चौधार आंसू बहाता है ।।
दिल अपना ,पराया पल में पहचानता है ।
दिल से खिलवाड़ ,न करें यारों ।।
दिल जिस पर ,आ जाये ।
दिल उसे अपना ,बना कर रहता है ।।
बृजमोहन रणा ,कश्यप ,कवि ,अमदाबाद ।