आज की प्रतियोगिता
विषय .#मुलाकात ।
विधा .कविता ।
लोग तुम्हें चाँद का टूकड़ा कहते ,
एक झलक अपनी दिखाने की मुलाकात कीजिए ।
प्यार की छांव में बैठकर ,
बतियाने की मुलाकात कीजिए ।।
दिलबर बन दिल में समाने ,
की थोड़ी मुलाकात कीजिए ।
प्रेम की बरसात में ,
थोड़ा दिल को भीगाने की मुलाकात कीजिए ।।
अकेले अकेले बहुत चल दिए जनाब ,
थोड़ा साथ चलने की मुलाकात कीजिए ।
दो दिल मिला कर ,
स्नेह की मुलाकात कीजिए ।।
बृजमोहन रणा ,कश्यप ,अमदाबाद ,गुजरात ,कवि ।