प्रतियोगिता कविता ..
विषय .चरण ..
चरण की महिमा अनोखी है ।
चरण प्रभु के मिल जाय ,तो मोक्ष होता है ।।
चरण मां बाप के मिल जाय ,तो आशिष मिलता है ।
चरण सुख के मिल जाय ,तो दिल खिल जाता है ।।
चरण दुःख के मिल जाय ,तो मन व्याकुल होता है ।
चरण महापुरुष के मिल जाय ,तो भाग्य खिल जाता है ।।
चरण बिना कही आना जाना ,नहीं हो पाता है ।
चरण बडो का मिल जाय ,तो सदगति हो जाती है ।।
बृजमोहन रणा ,कश्यप ,अमदाबाद ।