#विचार
नवरात्र का तीसरा दिन आपदाओं और भय से मुक्ति के लिए माँ चंद्रघंटा के नाम है।
मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र और युद्ध में इनके घंटे की टंकार से ही असुरों में भय उतपन्न हो जाने के कारण ही इन्हें देवी चंद्रघंटा कहा गया।
ऐसी भी मान्यता है कि इनके पूजन से मन की शक्ति और वीरता की वृद्धि होती है।
🌿🐚 *जय माता दी* 🐚🌿
/वीर/