चाँद की रोशनी में तेरे खवाबों में
रहने की बात ही कुछ और है ।
तारो की जगमगाहट में तेरे साथ
होने की बात ही कुछ और है ।
सुबह की मीठी किरण की तरह तुजे
आंखों में भरने की बात ही कुछ और है ।
तेरे वजूद की क्या बात करु में……
हवा की ठंडी लहरो में तेरे
एहसास में रहने की बात ही कुछ और है ।
Dr.Divya