शिव - आराधना
काल है महा काल हैं,
वो काल से विकराल हैं
कहते जिसको महाकाल,
वो मेरा शिव शंकर हैं।
खंड हैं, अखंड हैं
वो सृष्टि में विखंड हैं
कहते जिसको आदिरूप,
वो मेरा निलकंठ हैं।
गिरीश है, गिरीप्रिय हैं
वो पर्वत का वासी हैं
कहते जिसको भुजंगभूषण ,
वो मेरा गिरिश्वर हैं
अज हैं, शाश्वत हैं
वो देवों में महादेव हैं ,
कहते जिसको विश्वेश्वर,
वो मेरा महेश्वर है
उग्र हैं, रूद्र हैं
वो भूतों का नाथ हैं
कहते जिसको भूतनाथ,
वो मेरा भोले नाथ हैं
Uma vaishnav
मौलिक और स्वरचित