ईश्क ने सबकुछ भुलवादिया ।
दूरियों को हटाकर नज़दीकीयों में तबदील कर दिया ।
ख्वाहिशों को मंजिल से मिलवा दिया । रेत को समंदर में बदल दिया ।
अधूरीसी थी जिंदगी ,ईश्क ने पुरा कर दिया ।
राह तकते थे जिनकी ,ईश्क ने उनसे मिलवा दिया ।
ईश्क ने सबकुछ दिलवा दिया ।
- बिंदु अनुराग