कोई फरियाद तुझसे नहीं
तुम बेवजह यह बात याद ना करो
तुझसे ही हर ख्वाहिश है मेरी
तुझसे ही शुरू जिंदगी मेरी
तुझपे ही खत्म जिंदगी मेरी
तूम ना हो खफा मुझसे कभी
तुम हो मेरे होठों की हंसी
तुझसे ही शुरू हर सुबह मेरी
तुझसे ही हो रात खत्म मेरी
तुझ से जुड़ कर खुद को पाया है मैंने
तुझसे मिलकर "ख़ुदा" मिल गया मुझे ।
-बिंदु अनुराग