[जय बजरंगबली हनुमान आपको जय श्री राम ] ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़: एवं सभी भक्तों का प्रणाम नमस्कार जय श्री राम...
श्री गुरु चरण सरोज रज, निज मन मुकुरु सुधारि।
बरनऊं रघुवर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।
अर्थ- श्री गुरु महाराज के चरण कमलों की धूलि से अपने मन रूपी दर्पण को पवित्र करके श्री रघुवीर के निर्मल यश का वर्णन करता हूं, जो चारों फल धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष को देने वाला है।..जय श्री राम जय श्री राम... ब्रह्मदत्त
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरो पवन-कुमार।
बल बुद्धि विद्या देहु मोहिं, हरहु कलेश विकार।
जय श्री राम जय श्री राम... ब्रह्मदत्त
अर्थ- हे पवन कुमार! मैं आपको सुमिरन करता हूं। आप तो जानते ही हैं कि मेरा शरीर और बुद्धि निर्बल है। मुझे शारीरिक बल, सद्बुद्धि एवं ज्ञान दीजिए और मेरे दुखों व दोषों का नाश कर दीजिए। जय श्री राम जय बजरंगबली हनुमान... ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़
🔔. पौराणिक शनि मंत्र :🔔
1. ऊँ नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्। छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्।
[जय जय शनिदेव महाराज ] ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़: एवं सभी भक्तों का प्रणाम नमस्कार आपको....
शनिमंत्र का अर्थ:
भगवान शनि देव नीले रंग की पहाड़ी के समान तेजस्वी और राजसी लगते हैं। आप भगवान सूर्य (सूर्य देव) के पुत्र और भगवान यम (मृत्यु के देवता) के भाई हैं। आपका जन्म माँ छाया देवी और मार्तण्ड (सूर्य देव का एक और नाम) से हुआ है। हे धीमी गति से चलने वाले (शनिदेव) मैं आपको नमन करता/ करती हूँ| ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़