लाखों करोड़ों अरबों खरबों के हीरे जवाहरात और कीमती से कीमती आभूषण भी व्यर्थ हैं रिश्ते के सामने क्योंकि रिश्ता वह अनमोल रत्न है जो खरीदा या बेचा नहीं जा सकता वह हर हीरे जवाहरात सोने चांदी से कहीं ज्यादा ऊपर होता है जिसकी कीमत कोई आक ही नहीं सकता.... अगर रिश्ते कायम हैं तो हीरे जवाहरात खरीदे जा सकते हैं... सोना चांदी हीरे मोती सब कुछ खरीद सकते हैं... और यदि रिश्ता ही खत्म हो गया तो फिर कुछ नहीं रहता जिंदगी में. ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़