आज शनिवार है शनिदेव का वार है जो भी सच्चे मन से ध्यावे उसका बेड़ा पार है .. शनिदेव चाहे तो पीड़ा पल में हरले सारी
शनिदेव चाहे तो खुशियां छीन ले पर में सारी
शनि देवताः न्यायाधीश.. न्यायप्रिय हैं शनि देव हैं सत्य देवता न्याय है उनका भारी..
बुरे कर्मों की देवे सजा वो... सच्चे कर्म के सत्कारी
न्यायप्रिय है शनिदेव उनकी है लीला न्यारी...ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़