मेरी उत्सुकता न राजनीति में है
न मातृभारती के रैंक बढ़ाने में।
मेरी उत्सुकता देश की सोई हुई
आत्मा को जगाने की है।......१
मेरी उत्सुकता न तो कलानिती मै है
न तो मातृभारती की टिप्पणी ओ में है।
मेरी उत्सुकता देश की निरश होती
हुई आत्मा को नर्तन कराने की है।......२
मेरी उत्सुकता न तो धर्मजगत में है
न तो मातृभारती की वांचन अंक की है
मेरी उत्सुकता देश की अंधश्रद्धा मेंडूबी
हुई आत्मा को आत्मानुभूति कराने की है।.....३
मेरी उत्सुकता न तो व्यापार में है
न तो मातृभारती की फॉलोअर्स की संख्या बढ़ाने में है।
मेरी उत्सुकता देश की संस्कृति से विमुख
हुई आत्मा को अपना गौरव बढ़ाने की है।...४
मेरी उत्सुकता न तो रणनिती में है
न तो मातृभारती के लेखकों के साथ संघर्ष करने में
न तो विचार भेद करने में है ।
मेरी उत्सुकता देश के अच्छे विचारक
आत्माओं को प्रोत्साहित करने मे है
वसुधैव कुटुंबकम् की भावना बनाने में।....५