हम 90 के बच्चे उस युग से हैं जिसमें क्रिकेट का मतलब सचिन और सचिन का मतलब भगवान होता था। पूरे स्टेडियम ने सिर्फ एक नाम बुलाया जो सचिन था। आज की टीन्स भी उस 2011 क्रिकेट विश्व कप टीम के मूल्य का मूल्यांकन नहीं कर सकती हैं जिसमें सचिन, सहवाग, युवी, भज्जी, धोनी, जहीर, इशांत, गंभीर, रैना, यूसुफ आदि थे।