"तुम चाहो तो".....जरा सोचो
ये वाक्य में ही कितनी सार्थकता है
इसीलिए बनाओ अपनी इच्छा को
प्रबल की तुम जो भी चाहो वो पा
सको...मंजिल पाना आसान नहीं होता
चाहत, इच्छा, उत्साह सबको करना
पड़ता है प्रबल....फिर तुम चाहो तो
कुछ भी कर सकते हो सफलता
तुम्हारे कदम चूमेगी....