हमारे स्कूल में अक्सर टीचर्स सिलेबस कवर करवाने की बात कह हमारा पी० टी० पीरियड भी सब्जेक्ट पीरियड में बदल देते थे। बच्चों ने कई बार इसके विरोध में आवाज उठाई तो उन सब का एक ही जवाब होता था 'पढ़ाई जरूरी है, खेलकूद नहीं।' कुछ महीनों बाद जब स्कूल में गेम्स शुरू हुए तो हमारी क्लास ने किसी भी स्पोर्ट्स में भाग लेने से यह कहते हुए इंकार कर दिया कि 'पेपर आने वाले हैं, और अभी हमारा सिलेबस पूरा नहीं हुआ है और बिना तैयारी के गेम्स में भाग लेने से क्या लाभ?'
टीचर्स को हमारी बात समझ आ गई और स्कूल में पी०टी० पीरियड समय से लगने लगे।
सरोज✍️ स्वरचित व मौलिक