राखी के बंधन की बात ही कुछ ओर है l
सब त्यौहार मे सदैव अनोखा ये.. त्यौहार है l
भाई बहन के रिश्ते का.. पवित्र ये.. बंधन है l
कभी नौक जौक, होती कभी तकरार है..l
फिर डांटे कोई और . तो..
हरवक़्त बनते एक दूसरे की ढाल है.. l
न इस रिश्ते मे.. कोई.. मिलावट है...
ये....बिनशर्ती.. का व्यवहार है.. l
छुपी इन धागो मे बहेन की दुआ है l
रहे सलामत.. मेरा भैया.. हरदम यही पुकार है l
.राखी के बंधन की बात ही कुछ ओर है lll