चीजें वैसी नहीं होती जैसी दिखती है , कभी जो नहीं भी होता वो भी बन जाता है । बस नजर - नजर का फर्क है , कल किसने देखा है बस लोग एक ऐसी परछाई के पीछे भागते रहते है जो कभी होती ही नहीं है । इसलिए कहते है बस अपने पर ध्यान रखो , दुनिया तो फिर भी पल जाती है ।