साहित्य की प्रतिष्ठित पत्रिका किस्सा में
मेरे कहानी संग्रह की समीक्षा प्रकाशित हुई है. इसे अहमदाबाद की ही डॉ. सुविधा पंडित जी ने लिखा है.
मैं उन्हें और पत्रिका के संपादक जी को धन्यवाद देता हूँ.
Matrubharti के प्रिय मित्रों मेरी इस पुस्तक की सभी कहानियाँ Matrubharti पर भी आप पढ़ सकते हैं.
आज ही के दिन इमर्जेंसी लगी थी. मौलिक अधिकारों को भी समाप्त कर दिया गया था.
उस समय की भयावह स्थिति सहित और बहुत कुछ को जानिए,
भीतर तक झकझोर देने वाली मेरी कहानी
"करोगे कितने और टुकड़े" में.
Matrubharti पर ही..