तुम एक खुशनुमा जिन्दगी,
फूल सी नाज़ुक,
कहकहो सी मचलती,
मेरे पास आओ।
ऐ मीठी सी जिन्दगी,
पूनम के चांद सी कुछ देर ठहर के,
मुझे शीतल कर जाओ।
ऐ दरियादिल जिन्दगी,
मै घबरा रहा हू,
मेरा हाथ थामो,
मुझे खुद मे समाओ।
ऐ शान्त श्वेत जिन्दगी,
सब कुछ है धुंधला,
सब छूटा जा रहा है,
मुझे जीना सिखाओ।
तुम एक खुशनुमा जिन्दगी,
मेरे पास आओ।