तुम्हीं से है मेरा जीवन,
हरा तुमसे मेरा उपवन,
मेरी साँसों की डोरी पर,
लिखा बस नाम है तेरा,
सुबह हो शाम हो हरपल, तेरा दीदार करता हूँ,
बताना भी नहीं आता,
तुम्हीं से प्यार करता हूँ।
पिरोई प्रीत की लड़ियाँ,
हैं जोड़ी नित नई कड़ियां,
तुम्हारे ही लिए हरपल जिया,
देखी नहीं घड़ियां,
तुम्हें ही चाहने की गलतियां,
हर बार करता हूँ,
बताना भी नहीं आता,
तुम्हीं से प्यार करता हूँ।
-राकेश सागर