जब पैसा बोलता हैं न
कोई नही देखता लहजा कैसा हैं
जब सिफारिश आगे आती हैं न
कोई नही देखता प्रतिभा कितनी हैं
जब आतंक पसरता हैं न
कोई नही देखता दम कितना हैं
जब रिश्ते बिखरते हैं न
कोई नही देखता संस्कार कैसा हैं
जब धोखा मिलता हैं न
कोई नही देखता वफादार कितना हैं
और जब लफ्ज़ बोलते हैं न
कोई देखना नही चाहता
आवाज़ किसकी हैं !!!!!!!!!!!!!!!!नीलिमा शर्मा