ओ बंशी वाले जादूगर
कभी मेरे घर तुम आ जाओ....
मैनें माखन दही बनाओ है
संग ग्वालों को भी बुलाया है
मैनें माखन दही बनाओ है
संग ग्वालों को भी बुलाया है
तुम आकर माखन खा जाओ,
अपनी बंशी मुझे सुना जाओ।
ओ बंशी वाले जादूगर
कभी मेरे घर तुम आ जाओ....
मैनें गईयन को मंगवाया है
संग बछड़ों को भी सजाया है
मैनें गईयन को मंगवाया है
संग बछड़ों को भी सजाया है
तुम आकर गईया चरा जाओ
धुन अपनी उनको भी सुना जाओ......
ओ बंशी वाले जादूगर
कभी मेरे घर तुम आ जाओ....
मैनें गोपियन को बुलवाया है
संग रास को आंगन सजाया है
मैनें गोपियन को बुलवाया है
संग रास को आंगन सजाया है
मन आनंद से मेरो भर जाओ
तुम आकर रास रचा जाओ......
ओ बंशी वाले जादूगर
कभी मेरे घर तुम आ जाओ....
तुम आकर माखन खा जाओ,
अपनी बंशी मुझे सुना जाओ.....
तुम आकर गईया चरा जाओ
धुन अपनी उनको भी सुना जाओ.....
मन आनंद से मेरो भर जाओ
तुम आकर रास रचा जाओ.....