अगर मोहब्बत होती तो ऐसा होता ही नहीं
हर लम्हा इस तरह दर्द-ए-जुदाई में कटता ही नहीं।
नज़रों से दूर, दिल से दूर हो जाते
अगर दिल में बेक़रारी का साया होता ही नहीं।
हर बात पर बेरुख़ी का इल्ज़ाम देते हो
शिकायत होती तो रिश्ता इतना गहरा होता ही नहीं।
तुम्हें पाकर भी खो देने का एहसास है
अगर हासिल करने की चाहत होती तो ऐसा होता ही नहीं।
–––– Meenakshi (Mini)