झूठा ही सही मगर खूबसूरत था
जो ख़्वाब है आज, कल हकीकत था
याद है हमें तुमने ही कहा था
कभी नहीं छोड़ोगे हाथ मेरा, ज़िन्दगी भर दोगे साथ मेरा
झूठा ही सही मगर खूबसूरत तो था सब
जाने से पहले बता देते ये तो ज़रा की इंतज़ार करें भी या नहीं
खैर अब जो इंतज़ार करना ही है तो यही सही
भूल नहीं पाते हैं तुम्हें, शायद भूलना चाहते भी नहीं
क्योंकि
झूठा ही सही मगर खूबसूरत तो था सब
अपने किए पर तो तुम्हें ज़रा रंज नहीं, माफ़ी तक नहीं माँगी तुमने कभी
और हम सोचते रहे होगी हमारी ही गलती कहीं
तल्ख़ कर दी हमारी ज़िंदगी तुमने
पर
अब भी जो आना चाहो वापस,
कर ही देंगे हम माफ़ तुम्हें
क्योंकि.....
झूठा ही सही मगर खूबसूरत तो था सब...
_नैना