दर्द से हे कुछ रिश्ता पुराना मेरा,
सच्चा यार,जिससे हे याराना मेरा।
अश्क आँखों में संभाले रखे हे,
यही तो हे पास मेरे, खज़ाना मेरा।
तेरी यादमें जो नज़्म बन जाये कही,
बस,वही प्यारा लगता,तराना मेरा।
कागज़ हे मेरे बिना रह नही सकता,
बड़ा अजीब सा हे, दीवाना मेरा।
मिसालें मोहब्ब्त अपनी भी देगा कोई,
कोई जब सुनेगा कही, फ़साना मेरा।
विपुल प्रीत
- Vipul Borisa